कंप्यूटर के आविष्कार होने से लेकर अब-तक यह इंसान की जीवन बहुत आसान बना दिया है। यह डिजिटल दुनिया में अपनी विशेष पहचान बन गई है। चलिए, इस लेख में हम आपको कंप्यूटर क्या है? और कंप्यूटर के प्रकार (What is Computer and Types of Computer in Hindi) के बारे में सपूर्ण जानकारी देते है।
कंप्यूटर क्या है? (What is Computer)
विषय:
कम्प्यूटर वह इलेक्ट्रानिक मशीन है, जो Data स्वीकार करता है, उसे भंडारित (Stored) करता है, फिर दिए गए निर्देशों (Information) के अनुरूप उनका विश्लेषण (Analysis) करता है तथा विश्लेषित परिणामों (Analyzed Result) का आवश्यकतानुसार निर्गत (Output) देता है।
कम्प्यूटर के प्रकार (Types of Computer)
कंप्यूटर का वर्गीकरण (Classification of Computer) सामान्यतः निम्न प्रकार से किया जाता है।
कम्प्यूटर को उनके विभिन्न गुणों के आधार पर विभाजित किया गया है। हम इन्हें निम्नलिखित तीन आधारों पर वर्गीकृत करते हैं-
- अनुप्रयोग (कार्यपद्धति) के आधार पर (Based on Applications)
- उद्देश्य के आधार पर (Based on Purpose)
- आकार के आधार पर (Based on Size)
अनुप्रयोग के आधार पर कम्प्यूटर के प्रकार (Types of Computer Based on Applications)
कम्प्यूटर को उनके अनुप्रयोग (कार्यपद्धति) के आधार पर तीन प्रकार से विभाजित/वर्गीकृत किया गया है-
- एनालाॅग कम्प्यूटर (Analog Computer)
- डिजिटल कम्प्यूटर (Digital Computer)
- हाइब्रिड कम्प्यूटर (Hybrid Computer)
एनालाॅग कम्प्यूटर (Analog Computer)
एनालाॅग कम्प्यूटर क्या है? – यह वह कम्प्यूटर होते हैं, जो भौतिक मात्राओं, जैसे दाब, लंबाई, तापमान आदि को मापकर उनके अंकों में व्यक्त करते हैं अर्थात इसमें विद्युत के एनालाॅग रूप (भौतिक राशि जो लगातार परिवर्तित होती है) का प्रयोग किया जाता है।
इनकी गति अत्यंत धीमी होती है। यह कम्प्यूटर मुख्य रूप से विज्ञान और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में प्रयोग किये जाते हैं। इस प्रकार के कम्प्यूटर प्रचलन से बाहर माने जाते है।
Examples: एक साधारण घड़ी, वाहन का ‘गति मीटर’ (Speedometer), ‘वोल्टमीटर’ (Voltmeter) आदि एनालाॅग कम्प्यूटरिंग का उदाहरण है।
डिजिटल कम्प्यूटर (Digital Computer)
डिजिटल कम्प्यूटर क्या है? – यह वह कम्प्यूटर होता है, जो इलेक्ट्रॉनिक संकेतों (Electronic Signal) पर चलते हैं, अंकों को गणना करता है।
वर्तमान में प्रचलित अधिकांश कम्प्यूटर Digital Computer के श्रेणी में आते हैं।
गणना के लिए ‘द्विआधारी अंक पद्धति’ (Binary System) 0 या 1 प्रयोग किया जाता है। इनकी गति तीव्र होती है।
Digital Computer में Data और Program 0 और 1 के रूप में संग्रहित (Stored) होते हैं।
हाइब्रिड कम्प्यूटर (Hybrid Computer)
हाइब्रिड कम्प्यूटर क्या है? – यह वह कम्प्यूटर होता है, जो Analog व Digital Computer का मिश्रित रूप है। जिसमें Analog और Digital Computer दोनों के गुण समाहित रहते हैं।
इसमें गणना (Calculation) तथा प्रसंस्करण (Processing) के लिए डिजिटल रूप का प्रयोग किया जाता है, जबकि Input तथा Output में एनालाॅग संकेतों (Analog Signal) का उपयोग होता है।
उपयोग (Uses) – इस तरह के कम्प्यूटर का प्रयोग अस्पताल, रक्षा क्षेत्र व विज्ञान क्षेत्र आदि में किया जाता है। Types of computer in hindi
उद्देश्य के आधार पर कम्प्यूटरों के प्रकार (Types of Computer Based on Purpose)
कम्प्यूटर को उद्देश्य के आधार पर दो वर्गों में बांटा जा सकता है-
- सामान्य उद्देश्य कम्प्यूटर (General Purpose Computer)
- विशिष्ट उद्देश्य कम्प्यूटर (Special Purpose Computer)
1. सामान्य उद्देश्य कम्प्यूटर (General Purpose Computer)
यह ऐसे कम्प्यूटर होते हैं, जिसे सामान्य कार्य जैसे- ‘शब्द प्रक्रिया’ (Word Processing), ‘डेटाबेस प्रबंधन’ (Database Management), ‘लेखन’ (Letter Typing) आदि के डिजाइन किया जाता है। इसकी क्षमता सीमित होती है तथा यह विशेष प्रकार के कार्य नहीं कर सकते हैं।
2. विशिष्ट उद्देश्य कम्प्यूटर (Special Purpose Computer)
ये ऐसे कम्प्यूटर हैं जिन्हें किसी विशेष कार्य के लिए तैयार किया जाता है। इनमें सीपीयू की क्षमता (CPU Capacity) उनके कार्य के अनुरूप होती है। Types of computer in hindi
इसमें उसके आवश्यकता के अनुरूप डिवाइस लगे होते हैं, जैसे- अनेक Processor का होना, Hard Disk की क्षमता का बहुत अधिक होना आदि।
इस प्रकार के कम्प्यूटर का निम्नलिखित क्षेत्रों में उपयोग किया जाता है-
1- मौसम विभाग] 2- यातायात नियत्रंण] 3- चिकित्सा] 4- अंतरिक्ष विज्ञान] 5- प्रक्षेपास्त्र का नियंत्रण] 6- इंजीनियरिंग
आकार के आधार पर कम्प्यूटर के प्रकार (Types of Computer Based on Sizes)
आकार के आधार पर कम्प्यूटर को निम्न श्रेणियों में बांटा गया है –
- मेनफ्रेम कम्प्यूटर (Mainframe Computer)
- मिनी कम्प्यूटर (Miniframe/ Minicomputer)
- माइक्रो कम्प्यूटर (Micro Computer)
- सुपर कम्प्यूटर (Super Computer)
मेनफ्रेम कम्प्यूटर (Mainframe Computer)
मेनफ्रेम कम्प्यूटर क्या है? – ये कम्प्यूटर आकार में काफी बड़े होते हैं, साथ ही इसकी कार्य क्षमता अधिक होती है तथा इसमें Microprocessor की संख्या भी अधिक होती है।
इनमें अधिक मात्रा के Data पर तीव्रता से प्रोसेस या क्रिया करने की क्षमता होती है। इसके कार्य करने और संग्रहरण की क्षमता अत्यंत अधिक तथा गति अत्यंत तीव्र होती है।
ये सामान्यतः ’32’ या ’64’ Bit Microprocessor का प्रयोग करते हैं। इस पर एक साथ कई लोग अलग-अलग कार्य कर सकते हैं। इसलिए इनका उपयोग बड़ी कंपनियां, बैंक, टेलीकाम सर्विस आदि में एक केन्द्रीय कम्प्यूटर के रूप में करते हैं।
Mainframe Computer को एक ‘Network’ या ‘Micro Computer’ से परस्पर जोड़ा जा सकता है। इसमें Online रहकर बड़ी मात्रा में Data Processing किया जा सकता है।
उपयोग (Uses) – बड़ी कंपनियों, बैंक, रक्षा, अनुसंधान, अंतरिक्ष आदि के क्षेत्र में।
मेनफ्रेम कम्प्यूटर के मुख्य उदाहरण है- ‘IBM 4381’, ‘ICL 39’ श्रृंखलाआदि।
मिनी कम्प्यूटर (Mini Computer)
मिनी कम्प्यूटर क्या है? – ये कम्प्यूटर मध्यम आकार के कम्प्यूटर होते हैं। ये आकार में Mainframe Computer से छोटे जबकि माइक्रो कम्प्यूटर से बड़े होते हैं।
पहला मिनी कम्प्यूटर ‘पीडीपी-8’ (PDP-8) एक रेफ्रिजरेटर आकार का होता था। इसका आविष्कार 1965 में ‘DEC’ (Digital Equipment Corporation) नामक कपंनी ने किया। ये ‘Micro Computer’ की तुलना में अधिक कार्य क्षमता वाले होते हैं।
Mini Computer में एक से अधिक ‘Microprocessor’ लगा हो सकता है। इसकी संग्रहण क्षमता और गति अधिक होती है। इसकी ‘Memory’ और ‘Speed’, ‘Micro Computer’ से अधिक होती है।
इस पर एक या एक से अधिक व्यक्ति कार्य कर सकते हैं। अतः संसाधनों का साझा उपयोग होता है।
इस कम्प्यूटर की कीमत Micro Computer से अधिक होते हैं और यह व्यक्तिगत रूप में खरीदे नहीं जा सकते। इन्हें छोटी या मध्यम स्तर की कंपनियां काम में लेती है।
Mini Computer का उपयोग ‘आरक्षण प्रणाली’ (Reservation System) और ‘बैकिंग’ आदि में किया जाता है।
उपयोग (Uses) – यात्री आरक्षण, बड़े ऑफिस, कंपनी, अनुसंधान आदि में।
माइक्रो कम्प्यूटर (Micro Computer)
माइक्रो कम्प्यूटर क्या है? – इसका विकास 1970 से प्रारंभ हुआ, जब CPU में Microprocessor का उपयोग किया जाने लगा। ये छोटे आकार के सामान्य उद्देश्य कम्प्यूटर (General Purpose Computer) होते हैं। इनमें साधारणतः एक Microprocessor लगा होता है।
इसका विकास सर्वप्रथम ‘IBM कंपनी’ ने किया था। इसमें ‘8’, ’16’, ’32’ व ’64’ Bit Microprocessor का प्रयोग किया जाता है।
‘VLSI’ (Very Large Scale Integration) और ‘ULSI’ (Ultra Large Scale Integration) से Microprocessor के आकार में कमी आई जबकि जिससे क्षमता कई गुना बढ़ गयी।
Multimedia और Internet के विकास ने Micro Computer की उपयोगिता को हर क्षेत्र में पहुंचा दिया।
इन्हें साधारणतः घरों, ऑफिस, स्कूल आदि में लगाया जाता है। इसे हम व्यक्तिगत कार्यो के लिए भी उपयोग करते हैं। एक साथ एक से अधिक व्यक्ति कार्य कर सकते है।
इसकी कार्यक्षमता सीमित होती है। साधारणतः इसे पीसी (PC- Personal Computer) कहा जाता है।
उपयोग (Uses) – घर, विद्यालय, ऑफिस, व्यापार, चिकित्सा, उत्पादन, रक्षा, मनोरंजन, इत्यादि क्षेत्रों में इसका उपयोग हो रहा है।
माइक्रो कम्प्यूटर (Micro Computer) के निम्नलिखित गुण होते हैंः-
1. आकार में छोटा होता है।
2. सस्ते होते हैं। Types of computer in hindi
3. एक माइक्रोप्रोसेसर से काम करता है।
4. क्षमता सीमित होती है।
Examples- ‘Personal Computer’ (PC), ‘Laptop’, ‘Work Station’ तथा ‘Palmtop’ माइक्रो कम्प्यूटर के ही विभिन्न रूप है।
पर्सनल कम्प्यूटर (PC)
पर्सनल कम्प्यूटर क्या है? – आजकल प्रयुक्त होने वाले PC वास्तव में Micro Computer ही हैं। यह सामान्य कार्यो के लिए छोटे आकार का बनाया गया कम्प्यूटर है। इस पर एक समय में एक ही व्यक्ति (Single User) कार्य कर सकता है।
PC का विकास सन् 1981 में किया गया। जिसमें ‘Microprocessor 8088’ का प्रयोग किया गया। इसमें Hard Disk Drive लगाकर उसकी क्षमता (Capacity) बढ़ायी गयी तथा इसे ‘पीसी-एक्सटी’ (PC-XT) ‘Personal Computer-Extended Technology’ नाम दिया गया।
सन् 1984 में नये ‘Microprocessor 80286’ से बनी PC को ‘पीसी-एटी’ (PC-AT) ‘Personal Computer Advanced Technology’ नाम दिया गया। वर्तमान पीढ़ी के सभी Personal Computer को ‘PC-AT’ ही कहा जाता है।
इसका Operating System एक साथ कई कार्य करने की क्षमता वाला होता है। PC को ‘Telephone’ और ‘Modem’ की सहायता से आपस में या Internet से जोड़ा जा सकता है।
कुछ प्रमुख PC निर्माता कंपनी है- ‘IBM’, ‘Apple’, ‘HCL’, ‘HP’ (Hewlett Packard), ‘Lenovo’, ‘Compaq’, ‘Zenith’ इत्यादि।
उपयोग (Uses) – PC का विस्तृत उपयोग डाटा संग्रहण, प्रकाशन, घर, ऑफिस, व्यापार, शिक्षा, मनोरंजन आदि कार्य क्षेत्रों में किया जाता है।
वर्कस्टेशन (Work Station)
वर्कस्टेशन क्या है? – यह कम्प्यूटर आकार में Micro Computer के समान होता है। परन्तु, यह Micro Computer से क्षमता में अधिक शक्तिशाली होते हैं तथा इसे विशेष रूप से जटिल कार्यो के लिए प्रयोग में लाया जाता है।
यह एक शक्तिशाली PC है, जो अधिक प्रोसेसिंग क्षमता, विशाल भंडारण और बेहतर डिस्प्ले को ध्यान में रखकर बनाया जाता है। इस पर एक बार में एक ही व्यक्ति कार्य (Multi User) कर सकता है।
इनका प्रयोग वैज्ञानिक कार्यो इंजीनियरिंग आदि के लिए किया जाता है। परतु, यह Micro Computer से महंगे होते हैं।
उपयोग (Uses) – वैज्ञानिक, इंजीनियरिंग, भवन निर्माण इत्यादि क्षेत्रों में वास्तविक परिस्थितियों को उत्पन्न कर उनका अध्ययन करने में किया जाता है।
पाॅमटाप कम्प्यूटर (Palmtop Computer)
पाॅमटाप कम्प्यूटर क्या है? – यह बहुत छोटा Portable कम्प्यूटर है, जिसे हाथ में रखकर कार्य किया जाता है। इसे Mini Laptop भी कहा जाता है। Keyboard की जगह इसमें आवाज द्वारा Input का कार्य लिया जाता है।
‘PDA’ (Personal Digital Assistant) भी एक छोटा Computer है। जिसे Network से जोड़कर अनेक कार्य किये जा सकते हैं। इसे Phone की तरह भी कार्य में लिया जा सकता है।
Notebook Computer या Laptop
Notebook Computer या Laptop क्या है? – यह Notebook के छोटे आकार का ऐसा Computer है, जिसे Briefcase में रखकर कहीं भी ले जाया जा सकता है। इसमें PC की सभी विशेषताएं होती हैं। चूंकि इसका उपयोग गोद पर रखकर किया जाता है, अतः इसे Laptop Computer भी कहते है।
इसमें एक मुड़ने योग्य LCD Monitor, Keyboard, Touch Pad, Hard Disk, Floppy Disk Drive, CD/DVD Drive और अन्य Port रहते है।
विद्युत के बिना कार्य करने के लिए इस पर चार्ज की जाने वाली Chargeable Battery का प्रयोग किया जाता है। ‘Wireless’ ‘Fidelity’ (WiFi) और ‘Bluetooth’ की सहायता से इसे Internet द्वारा भी जोड़ा जाता है।
सुपर कम्प्यूटर (Super Computer)
सुपर कम्प्यूटर क्या है? – यह कम्प्यूटर के श्रेणियों में सबसे बड़ा होता है। इसका आकार भी बहुत विशाल होता है तथा इसकी कार्य क्षमता बहुत अधिक होती है।
इसे ‘नॉन-वॉन न्यूमेन सिद्धान्त’ (Non-Von Neumann Concept) के आधार पर तैयार किये जाते है। इसमें अनेक Microprocessor तथा अनेक Device लगे होते हैं। इसे विशेष कार्यो के लिए उपयोग में लाया जाता है।
Supercomputer सबसे अधिक शक्तिशाली और महंगा कम्प्यूटर है। इसमें कई प्रोसेसर ‘समानांतर क्रम’ (Parallel Series) में लगा होता है। इस क्रिया को Parallel Processing कहते है। इस तरह इसमें ‘Parallel Processing’ और ‘Multi Processing’ का उपयोग किया जाता है।
इसकी गणना क्षमता और मेमोरी अत्यंत उच्च होती है। इस पर एक या एक से अधिक व्यक्ति (Multi User) एक साथ कार्य (Multitasking) कर सकते हैं।
‘समानांतर प्रोसेसिंग’ (Parallel Processing) में किसी कार्य को अलग-अलग भागों में विभाजित कर उसे अलग-अलग Processors द्वारा संपन्न (Multitasking) कराया जाता है।
विश्व का प्रथम सुपर कम्प्यूटर का नाम, ‘क्रे.के.-1 एस’ (Cray K-1S) है। जिसका निर्माण सन् 1979 में अमेरिका ‘क्रे.के. रिसर्च कंपनी’ (Cray Research Company) द्वारा किया गया।
Supercomputer के मुख्य उदाहरण (Examples) – ‘CRAY-2’, ‘CRAY XMP-24’ और ‘NEC-500’ आदि।
उपयोग (Uses) – सुपर कम्प्यूटर का उपयोग निम्नलिखित कार्यो में होता है:-
1. वैज्ञानिक और शोध कार्य में
2. अंतरिक्ष अन्वेषण (अनुसंधान) कार्य में
3. परमाणु उपकरण में Types of computer in hindi
4. उच्च गुणवत्ता वाले एनीमेंशन वाले चलचित्र का निर्माण
5. पेट्रोलियम उद्योग में तेली की खानों का पता लगाने
6. मौसम विज्ञान एवं भूगर्भीय सर्वेक्षण में
7. स्वचालित वाहनों के डिजाइन तैयार करने
8. कम्प्यूटर पर परमाणु भट्टियों के ‘सबक्रिटिकल परीक्षण’ (Subcritical Test) इत्यादि में।
भारत में सुपर कम्प्यूटर (Super Computer in India)
हमारा देश भारत की उन गिने चुने देशों की श्रेणी में शामिल है। जिसके पास स्वयं का बनाया गया Supercomputer है। भारत के पास ‘परम सुपर कम्प्यूटर’ है। जिसे ‘C-Dac’ कंपनी ने तैयार किया है।
- परम सुपरकम्प्यूटर (Param Supercomputer) क्या है?
भारत में परम सीरीज के सुपर कम्प्यूटर ‘परम 10000‘ का निर्माण सी-डैक, पुणे (C-Dac: Centre for Development of Advanced Computing) द्वारा सन् 1988 में किया गया। इसकी गणना क्षमता ‘100 गीगा फ्लाप’ यानि ‘1 खरब गणना प्रति सेकेण्ड’ है।
इसके निर्माण का श्रेय सी-डैक (C-Dac) के निदेशक ‘विजय भास्कर’ को जाता है। सी-डैक ने ‘परम पद्म (Param Padma)‘ नाम से भी Supercomputer का विकास किया है। इस तरह के Super Computer विश्व के कुल पांच देशों -अमेरिका, जापान, चीन, इजराइल और भारत के पास ही उपलब्ध है।
- अनुपम सुपरकम्प्यूटर (Anupam Supercomputer) क्या है?
‘अनुपम‘ सीरिज (Anupam Series) के Supercomputer का विकास बार्क, मुंबई (BARC- Bhabha Atomic Research Centre) द्वारा जबकि ‘पेस‘ सीरीज (Pace Series) के Supercomputer का विकास ‘डीआरडीओ’, हैदराबाद (DRDO- Defence Research and Development Organization) द्वारा किया गया।
- फ्लोसाल्वर सुपरकम्प्यूटर (Flow Solver Supercomputer) क्या है?
भारत के प्रथम सुपर कम्प्यूटर ‘फ्लोसाल्वर‘ (Flow Solver) है। जिसका विकास भारत में ‘नाल, बैंगलुरू’ (NAL -National Aeronautics Lab) द्वारा किया गया।
इसी तरह भारत के अन्य ‘सुपर कम्प्यूटर’ का नाम निम्न है –
स.क्र. | सुपर कम्प्यूटर का नाम |
---|---|
1. | Aaditya (आदित्य) |
2. | Bhaskara (भास्कर) |
3. | PARAM Yuva (परम युवा) |
4. | PARAM Yuva II (परम युवा द्वितीय) |
5. | Vikram-100 (विक्रम-100) |
6. | EKA (एका) |
7. | SAGA-220 (सागा 220) |
8. | Virgo (वर्गो) |
9. | Cray XC40 (क्रे XC40) |
Types of Computer Questions
कम्प्यूटर के प्रकार संबंधी सामान्य ज्ञान प्रश्न-उत्तर (प्रश्नोत्तरी) – Types of Computer Questions and Answers in Hindi Quiz
Q.1. सुपर कम्प्यूटरों के साथ किस प्रकार के Processing Speed Measurement जुड़ा होता है?
[A] गीगा हर्ट्ज़ (GHz)
[B] सेकण्ड पर सेकण्ड (S/s)
[C] फ्लाॅप्स (Flops)
[D] मेल (Mail)
Q.2. Digital Computer की कार्यपद्धति का सिद्धांत है –
[A] गणना एवं तर्क
[B] मापन
[C] ऑपरेटिंग
[D] साॅफ्टवेयर
Q.3. माइक्रो कम्प्यूटर को __ कहते हैं ?
[A] Computer on Heal
[B] Computer on a Chip
[C] C͏omputer on a Ship
[D] उपरोक्त सभी
Q.4. विश्व में सबसे बड़ी पर्सनल कम्प्यूटर नेटवर्क सेवा किससे द्वारा उपलब्ध करायी जाती है ?
[A] ईआरएनईटी
[B] इंटेल Types of computer in hindi
[C] इंटरनेट
[D] टेकनेट
Q.5. विश्व के प्रथम एनालाॅग कम्प्यूटर (First Analog Computer) के निर्माता कौन थे ?
[A] रोबोकोप
[B] साइबोर्ग
[C] इलैक्ट्रोर्ग
[D] रोबोर्ग
Q.6. एक समय में एक से अधिक कार्य संपन्न करने वाले कंप्यूटर तकनीक को __ कहते है?
[A] मल्टीयूजर
[B] मल्टीटास्कींग
[C] मल्टी प्रपज
[D] मल्टी फंक्शनल
SHOW ANSWER [B] मल्टीटास्कींग
Q.7. कंप्यूटर की प्रोसेसिंग स्पीड पर घटाया एवं बढ़ाया जा सकता है ?
[A] टर्बो स्विच
[B] ब्रिज
[C] माइक्रोप्रोसेसर
[D] कीबोर्ड
Q.8. नेपियर्स बोन कौन-कौन से काम अबेकस से अधिक कर सकता था ?
[A] जोड़/घटा
[B] गुणा/भाग
[C] जोड़/भाग
[D] गुणा/जोड़
Q.9. वर्तमान कंप्यूटर किस पर आधारित है –
[A] यूएस कैलेण्डर (US Calendar)
[B] ग्रेगोरियन कैलेण्डर (Gregorian Calendar)
[C] ग्रीक कैलेण्डर (Greek Calendar)
[D] यूके कैलेण्डर (UK Calendar)
Q.10. सुपर कम्प्यूटर में एक बेसिक साइकिल कितने समय की होती है ?
[A] 4-20 नैनो सेकण्ड
[B] 4-10 नैनो सेकण्ड
[C] 10-100 नैनो सेकेण्ड
[D] 2-8 नैनो सेकण्ड
Q.11. PDA का पूरा नाम होता है ?
[A] पर्सनल डिजिटल अडेप्टर
[B] पर्सनल डिजिटल असिस्टेंट
[C] पेर्सनल डोट एप्लीकेशन
[D] पर्सनल ड्राफ्ट ओब्जेक्ट
Q.12. पोर्टेबल कम्प्यूटर कौन सा है, जिसे आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जा सकते है ?
[A] डेस्कटाॅप
[B] लैपटाॅप Types of computer in hindi
[C] फाइल सर्वर
[D] मिनी कम्प्यूटर
Q.13.ह्यूमनवेयर (Humanware) कहते है –
[A] वे सभी यूजर जो किसी न किसी रूप में कम्प्यूटर से संबंधित होते है
[B] वे सभी लोग जो मानव समाज से जुड़े होते हैं
[C] वें सभी लोग जो कम्प्यूटर से नहीं जुडे हो
[D] वे सभी लोग जो कंप्यूटर से जुड़ना चाहते हैं
Q.14. प्रथम पीढ़ी का कम्प्यूटर (First Generation on Computer) कौन सा है ?
[A] ENIAC
[B] MARK -1
[C] PARAM
[D] (a) और (b) दोनों
Q.15. प्रथम इलेक्ट्रॉनिक कम्प्यूटर (First Electronic Computer) का नाम है ?
[A] MARK -1
[B] MAIN FRAME
[C] ENIAC
[D] SUPER Types of computer in hindi
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BCA
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