छत्तीसगढ़ राज्य में गृह विभाग द्वारा खेल एवं युवा कल्याण विभाग के सहयोग से बस्तर ओलंपिक 2024 (Bastar Olympic 2024) का आयोजन एक महत्वाकांक्षी पहल की शुरुआत है। जिसमें कमजोर समुदायों को सशक्त बनाने और खेल प्रतिभाओं एवं युवा खिलाड़ियों के माध्यम से सकारात्मक बदलाव लाने, सामुदायिक गौरव को बढ़ावा देने, सांस्कृतिक संरक्षण और सामाजिक समरसता लाने में बस्तर ओलंपिक की प्रमुख भूमिका है।
बस्तर ओलंपिक 2024 क्या है?
विषय
- बस्तर ओलंपिक 2024 क्या है?
- बस्तर ओलंपिक 2024 का उद्देश्य
- बस्तर ओलंपिक 2024 का प्रतीक चिन्ह (लोगो)
- बस्तर ओलंपिक 2024 का शुभंकर (मस्कट)
- बस्तर ओलंपिक 2024 का नारा (स्लोगन)
- बस्तर ओलंपिक 2024 का आयोजन
- बस्तर ओलंपिक 2024 का पंजीयन प्रकिया
- बस्तर ओलंपिक 2024 में सम्मिलित खेल
- FAQs – बस्तर ओलंपिक 2024 संबंधी प्रश्न और उत्तर
बस्तर ओलंपिक 2024 छत्तीसगढ़ राज्य सरकार द्वारा बस्तर संभाग के अनुसूचित जनजातिय बाहुल्य क्षेत्र में आयोजित समावेशी खेल है। जिसका उद्देश्य उग्रवाद प्रभावित बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति और युवा खेल प्रतिभा को बढ़ावा देना है। जिसमें आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली और विकलांग व्यक्ति भी शामिल है।
इस बस्तर ओलंपिक 2024 में ‘गिल्ली-डंडा’, ‘खो-खो’, ‘कबड्डी’ और ‘रस्साकशी’ सहित 11 पारंपरिक खेलों के साथ अन्य आधुनिक खेल को भी शामिल किया गया है।
बस्तर ओलंपिक 2024 का उद्देश्य
बस्तर ओलंपिक, बस्तर के अनुसूचित जनजातीय बाहुल्य क्षेत्र में शासन एवं जनता के मध्य मजबूत एवं प्रत्यक्ष संबंध स्थापित कर नक्सलवाद और नक्सली विचारधारा को समाप्त कर युवाओं की रचनात्मक एवं खेल प्रतिभाओं को निखारना और देश सेवा का संदेश देना है।
बस्तर ओलंपिक 2024 का प्रतीक चिन्ह (लोगो)
बस्तर ओलंपिक के लोगो (प्रतीक चिन्ह) में छत्तीसगढ़ के पारंपरिक संगीत वाद्य यंत्र ‘तुरही’ को दर्शाया गया है। इसके दोनों ओर ‘तुरही’ को ध्वनिनाद के रूप में दिखाया गया है और बीच में ‘बस्तर ओलंपिक 2024’ तथा नीचे ‘करसाय ता बस्तर बरसाय ता बस्तर’ स्लोगन लिखा है, जो बस्तर की संस्कृति, परंपरा और आधुनिकता का मिश्रण है।
बस्तर ओलंपिक 2024 का शुभंकर (मस्कट)
बस्तर ओलंपिक 2024 का शुभंकर (मस्कट) छत्तीसगढ़ ‘वन भैंसा’ और ‘पहाड़ी मैना’ बनाया गया है। इसे बस्तर की संस्कृति और परंपराओं को ध्यान में रखते हुए राज्य के जीव-जंतुओं के प्रतीक के रूप में तैयार किया गया है। यह शुभंकर बस्तर क्षेत्र में रहने वाले वन्यजीवों के संरक्षण के लिए समर्पित है।
बस्तर ओलंपिक 2024 का नारा (स्लोगन)
बस्तर ओलंपिक 2024 का स्लोगन वाक्य या नारा है ‘करसाय ता बस्तर बरसाय ता बस्तर’। जो बस्तर क्षेत्र की प्रसिद्ध स्थानीय बोली भाषा ‘गोंडी’ में लिखा गया है। इसका हिंदी अनुवाद है ‘बस्तर खेलेगा, बस्तर बढ़ेगा’, जो स्थानीय आकांक्षाओं को दर्शाता है।
बस्तर ओलंपिक 2024 का आयोजन
बस्तर में कुल 07 (सात) जिले है, जिनमें कांकेर, कोंडागांव, बीजापुर, बस्तर, सुकमा, दंतेवाड़ा और नारायणपुर शामिल हैं। इन जिलों में बस्तर ओलंपिक खेला जाएगा। ओलंपिक के पहले चरण में संभाग के सभी जिलों में ब्लॉक स्तरीय खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है।
बस्तर ओलंपिक का आयोजन सबसे पहले विकासखंड में किया जाएगा, इसके बाद जिला स्तर पर इसका आयोजन किया जाएगा। बस्तर ओलंपिक का आयोजन विकासखंड स्तर, जिला स्तर और संभाग स्तर पर किया जाएगा।
इस तरह नवंबर माह में ही बस्तर ओलंपिक का समापन हो जाएगा। बस्तर ओलंपिक के समापन समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शामिल होंगे।
बस्तर ओलंपिक 2024 का पंजीयन प्रकिया
Bastar Olympic 2024 में भाग लेने के लिए खिलाड़ियों का पंजीयन अनिवार्य किया गया। जिसमें खिलाड़ियों का पंजीयन Online और Offline दोनों तरह से किया जाएगा।
खिलाड़ियों का पंजीयन खेल विभाग सहित संबंधित ‘जनपद पंचायत कार्यालय’ और ‘जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय’, ‘नगर पंचायत’, ‘नगर निगम’ और ‘विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय’ में भी किया जाएगा।
पंजीयन के लिए खिलाड़ियों को आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड और बैंक खाते का विवरण जैसे दस्तावेज जमा करने होंगे।
इस आयोजन में विकासखण्ड स्तर से लेकर संभाग स्तर तक खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया है। बस्तर ओलंपिक 2024 के लिए आयु जूनियर वर्ग में 14 से 17 वर्ष और सीनियर वर्ग में 17 वर्ष से अधिक आयु के पुरुष और महिलाएं भाग लेंगे।
इसमें माओवाद से प्रभावित दिव्यांग और आत्मसमर्पित माओवादियों को भी खेल प्रतियोगिताओं में जोड़ा गया है। वे संभाग स्तर पर सीधे भाग ले सकेंगे। प्रतियोगिता में विकासखंड स्तर से विजेता खिलाड़ी जिला स्तर पर और जिला स्तर विजेता खिलाड़ी संभाग स्तर पर भाग ले सकेंगे।
बस्तर ओलंपिक 2024 में ‘गिल्ली-डंडा’, ‘खो-खो’, ‘कबड्डी’, ‘एथलेटिक्स’, ‘बैडमिंटन’, ‘फुटबॉल’, ‘वॉलीबॉल’, ‘हॉकी’, ‘तीरंदाजी’, ‘कराटे’, ‘भारोत्तोलन’ और ‘रस्साकशी’ को शामिल किया गया है, जिसमें हॉकी और भारोत्तोलन सीधे जिला स्तर पर होंगे।
बस्तर ओलंपिक 2024 में सम्मिलित खेल
नवंबर से शुरू होने वाले बस्तर ओलंपिक 2024 में गिल्ली-डंडा, खो-खो, कबड्डी और रस्साकशी जैसे 11 पारंपरिक खेलों के साथ आधुनिक खेल भी को शामिल किया गया है, जो निम्नानुसार है:-
क्र. | खेल |
---|---|
1 | एथलेटिक्स (100 मी., 200 मी., 400 मी., लंबी कूद, ऊंची कूद, शॉटपुट, डिस्कस थ्रो, जैवेलिन थ्रो, 4×100 मी. रिले रेस) |
2 | तीरंदाजी (इंडियन राउंड 30 मी., 50 मी.) |
3 | बैडमिंटन |
4 | फुटबॉल |
5 | हॉकी (जिला स्तर पर) |
6 | वेटलिफ्टिंग (जिला स्तर पर) जूनियर वर्ग बालक 03 वेटग्रुप – 55 किलोग्राम, 61 किलोग्राम, 67 किलोग्राम; जूनियर वर्ग बालिका 03 वेटग्रुप – 45 किलोग्राम, 49 किलोग्राम, 55 किलोग्राम, सीनियर पुरुष वर्ग 03 वेटग्रुप – 55 किलोग्राम, 61 किलोग्राम, 67 किलोग्राम, सीनियर महिला वर्ग 03 वेटग्रुप – 49 किलोग्राम, 55 किलोग्राम, 59 किलोग्राम |
7 | कराते जूनियर वर्ग बालक (14 से 15 आयुवर्ग) .45 किलोग्राम, .50 किलोग्राम, जूनियर वर्ग बालक (16 से 17 आयुवर्ग) .55 किलोग्राम, .61 किलोग्राम, जूनियर वर्ग बालिका (14 से 15 आयुवर्ग) – .42 किलोग्राम, .47 किलोग्राम, जूनियर वर्ग बालिका (16 से 17 आयुवर्ग) – .53 किलोग्राम, .59 किलोग्राम, सीनियर पुरुष वर्ग वेटग्रुप – .60 किलोग्राम, .67 किलोग्राम, सीनियर महिला वर्ग वेटग्रुप – .55 किलोग्राम, .61 किलोग्राम |
8 | कबड्डी |
9 | खो-खो |
10 | वॉलीबॉल |
11 | रस्साकसी प्रदर्शनात्मक (महिला सीनियर) |
- हॉकी और भारोत्तोलन सीधे जिला स्तर पर होंगे।
FAQs – बस्तर ओलंपिक 2024 संबंधी प्रश्न और उत्तर
बस्तर ओलंपिक 2024 का स्लोगन वाक्य या नारा ‘करसाय ता बस्तर बरसाय ता बस्तर’, जिसका हिंदी अर्थ है ‘बस्तर खेलेगा, बस्तर बढ़ेगा’।
स्तर ओलंपिक 2024 का शुभंकर (मस्कट) छत्तीसगढ़ ‘वन भैंसा’ और ‘पहाड़ी मैना’ को बनाया गया है।
बस्तर ओलंपिक के लोगो (प्रतीक चिन्ह) में छत्तीसगढ़ के पारंपरिक संगीत वाद्य यंत्र ‘तुरही’ को दर्शाया गया है।
बस्तर ओलंपिक में भाग लेने का कोई आयु सीमा नही है। अलग-अलग खेलों और प्रतियोगिताओं के लिए आयु आधारित श्रेणियां बनाई गई है।
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